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Wednesday, April 21, 2021

 DVR क्या होता है, What is DVR | dvr full form ||

अगर आप DVR को अच्छे से समझाना चाहते है तो आपको यह जरूर मालुम होना चाहिए आखिर हमे डीबीआर की जरुरत क्यों पड़ी! शुरूआती समय में हमारे पास सभी  Analog CCTV camera हुआ करते थे! एनालॉग CCTV  कैमरा को डायरेक्ट आप अपने TV में कनेक्ट करके लाइव व्यू देख सकते थे, लेकिन इसमें बहुत सी दिकत थी! जैसे एक टीवी पे आप केबल एक ही कैमरा LIVE देख सकते थे! और CCTV FOOTAGE को RECORD नहीं किया जा सकता था! क्यूंकि एनालॉग सिग्नल को रिकॉर्ड नहीं किया जा सकता, अगर हमे किसी भी जानकारी को रिकॉर्ड करना होता है तो उसे पहले डिजिटल फॉर्मेट में कन्वर्ट करना पड़ता है! उस समय हमारे पास ऐसा कोई Device नहीं था जो CCTV camera से आने बाले एनालॉग सिग्नल को डिजिटल सिग्नल में कन्वर्ट कर सके!

लेकिन आज हमारे पास ऐसा डिवाइस है जो CCTV camera से आने बाले एनालॉग सिग्नल को डिजिटल में कन्वर्ट करके उसे सेव कर सकता है जिसे हम DVR कहते हैDIGITAL VIDEO RECORDER (dvr full form)!

डीवीआर कैसे काम करता है (HOW DVR WORKS):

डीबीआर इनपुट के रूप में  CCTV  camera से सिग्नल लेता है और उस सिग्नल को DVR, DVR में लगे प्रोसेसर के माध्यम से उसे प्रोसेस करके Digital सिग्नल में कन्वर्ट करता है (अगर कैमरा से आने बाला सिग्नल एनालॉग सिग्नल हो )! और उस डाटा को compress करके डीवीआर में लगी स्टोरेज में सेव करता है और मॉनिटर की साहयता से हमे वह Live CCTV  Footage के रूप में आउटपुट दिखाता है!

डीबीआर के काम (WORKS OF DVR): 

1.     CCTV Camera से Signal के रूप में इनपुट लेना!

2.     Input signal को प्रोसेस करना!

3.     डाटा को कंप्रेस करना!

4.     स्टोरेज में रिकॉर्ड(SAVE) करना !

5.     आउटपुट के रूप में मॉनिटर की साहयता से लाइव footage दिखाना!

DVR कितने प्रकार के होते है (HOW MANY TYPES OF DVR): 

यह मैनली 3 प्रकार के होते है।

1.Embedded DVRs:

Embedded DVR एक Stand-Alone Device है जो Analog CCTV Camera से इनपुट लेता है! और उसे प्रोसेसर और OS की साहयता से प्रोसेस और compress करके इसमें लगी HDD में स्टोर करता है! एंबेडेड डीवीआर एक विशेष एम्बेडेड ऑपरेटिंग सिस्टम का उपयोग करता है, जो बाहरी नेटवर्क के लिए खुला नहीं है! इसका मतलब है कि वे वायरस, हैकर्स और अन्य दुर्भावनापूर्ण हमलों के लिए कम संवेदनशील हैं! यानी इस डीवीआर में वायरस नहीं डाला जा सकता और न ही इसे हैक किया जा सकता जिससे Embedded डीबीआर अत्यधिक सुरक्षित हो जाते हैं!

Embedded DVR में आप केबल एनालॉग कमरे ही लगा सकते हो अन्य कैमरा यह सपोर्ट नहीं करता! हमारे पास एनालॉग कैमरा में भी बहुत से प्रकार है लेकिन Embedded डीबीआर जिस एक कैमरा टाइप के लिए होगा! Embedded डीबीआर में वही कैमरा टाइप चलेगा अगर आप कोई दूसरा टाइप का एनालॉग कैमरा लगाओगे तो बह काम नहीं करेगा!

2. Hybrid DVRs:

Hybrid DVR में आप different types of analog camera लगा सकते है और आईपी कैमरों भी लगा सकते है! इन दोनों से यह डीवीआर वीडियो इनपुट स्वीकार कर सकते हैं! आप एनालॉग surveillance system से आईपी-आधारित surveillance system तक smoothly transition के लिए इनका विकल्प चुन सकते हैं! इसका मतलब है कि आप अपने घर में सीसीटीवी और आईपी कैमरा दोनों का उपयोग कर सकते हैं! आप कम असुरक्षित क्षेत्रों में सीसीटीवी कैमरों का विकल्प चुन सकते हैं और उच्च जोखिम वाले क्षेत्रों में उच्च रिज़ॉल्यूशन वाले आईपी कैमरों के लिए जा सकते हैं!

3. PC based DVRs – DVR capture card:

इसे हम पूरी तरह से डीबीआर तो नहीं कह सकते क्यूंकि यह पूरी तरह से एक Personal Computer होता है! लेकिन हम कंप्यूटर के motherboard pci slot में DVR capture card को इनस्टॉल किया जाता है! उस कार्ड में camera को कनेक्ट किया जाता है, और सॉफ्टवेयर की सहायता से हम CCTV कैमरा को monitor कर सकते है! इस डीवीआर की सबसे ख़ास या अच्छी बात यह होती है! इसमें आप सिस्टम में अधिक हार्ड डिस्क ड्राइव जोड़कर मेमोरी स्पेस को आसानी से अपग्रेड और विस्तारित कर सकते हैं!

 

Friday, September 25, 2020

 

CCTV क्या है...?



हम अपनों से काफी ज्यादा प्यार करते हैं। जिसके चलते हम उनकी सुरक्षा को लेकर काफी चिंतित रहते हैं। आज के समंय में हम काफी ज्यादा व्यस्थ रहते हैं। ऐसे में हम हर समय अपनो के साथ नहीं रह सकते हैं। समाज में काफी ज्यादा अपराध बढ़ता जा रहा है। जिसके चलते सुरक्षा का इंतजाम होना काफी जरूरी हो गया है।

CCTV क्या है...? हिंदी में जानिए सीसीटीवी के बारे में हर बात...!

 

इस सुरक्षा में सीसीटीवी कैमरा हमारे लिए काफी ज्यादा लाभकारी है। जिसे हम अपने घरों या ऑफिस में लगाकर एक्टिविटी पर नजर रख सकते हैं। सीसीटीवी कैमरा आज हमारे लिए एक स्मार्टफोन की तरह काफी ज्यादा जरुरी डिवाइस बन गया। इसे किसी भी पास के मार्केट से अपनी जरूरतों के हिसाब से खरीदा जा सकता है।

सीसीटीवी कैमरा क्या है...?

सीसीटीवी को क्लोज सर्किट टेलीविजन के नाम से जाना जाता है। वहीं कुछ लोग इसे वीडियो सर्वेलन्स भी कहते हैं। सीसीटीवी एक क्‍लोज सर्किट सिस्‍टम होता है। सीसीटीवी सिक्योरिटी कैमरे की मदद से हम घर या ऑफिस पर निगरानी रख सकते हैं। साथ ही पिक्चर या वीडिओ को रिकॉर्ड कर सकते हैं। हालांकि वीडियो को DVR (डिजिटल वीडियो रिकॉर्डर) या NVR (नेटवर्क वीडियो रिकॉर्डर) पर रिकॉर्ड किया जाता है। बता दें, वीडियो को विशिष्‍ट समय की अवधि के लिए गुणवत्ता के विभिन्न स्तरों पर स्‍टोर किया जा सकता है और युजर वापस जाकर पुराने वीडियो की जांच कर सकते हैं।

सीसीटीवी कैमरे के फायदे

1. सीसीटीवी कैमरे हर कीमत के साथ बाजार में उपलब्ध है।

2. सीसीटीवी के जरिए घर या ऑफिस और दुकानों पर आसानी से नजर रखी जाती है।

3. सीसीटीवी कैमरे की फुटेज को अपने लैपटॉप या स्मार्टफोन पर कनेक्ट करके देखा जाता है।

4. बाजार में हर तरह के सीसीटीवी कैमरे उपलब्ध है, जिसे अपनी जरुरत के हिसाब से खरीदा जा सकता है।

जैसा हम आपको पहले ही बता चुके हैं कि सीसीटीवी में कई प्रकार मौजूद है। जिसमें डोम, इनडोर या आउटडोर और इन्फ्रारेड डोम जैसे कई कैमरा मौजूद है। यह सभी कैमरे अपने आप में एक अहम भूमिका निभाते हैं। जिसके चलते सुरक्षा के अनुसार आप इनका चुनाव कर सकते हैं। सीसीटीवी काफी सारे ऑप्शन के साथ आते हैं। यह सभी ऑप्शन अलग अलग फीचर्स के साथ आते हैं। तो चलिए बात करते हैं सीसीटीवी कैमरा के कुछ प्रकार के बारें में..

इनडोर और आउटडोर

इनडोर और आउटडोर

सबसे पहले बात करते हैं इनडोर और आउटडोर सीसीटीवी कैमरा के बारें में। बता दें, आउटडोर कैमरा का इस्तेमाल हम इनडोर तरीके से भी कर सकते हैं। हालांकि इनडोर कैमरा को आउटडोर के हिसाब से इस्तेमाल में नहीं लाया जा सकता है।

इनडोर कैमरा घर और ऑफिस के अंदर की सुरक्षा के लिए सबसे ज्यादा लाभकारी है। वहीं, आउटडोर कैमरा को काफी मजबूत तरीके से बनाया जाता है। जिसके चलते वह बाहर के मौसम को झेल सके। आउटडोर डोम सिक्युरिटी कैमरें वेदरप्रूफ होते है वे हर मौसम और तापमान का सामना कर सकते हैं। जो इसका प्लस पॉइंट है।

डे / नाइट डोम कैमरा
 

डे / नाइट डोम कैमरा

हमें सीसीटीवी कैमरा की जरुरत हर समय पड़ सकती है। ऐसे में यह ध्यान रखना जरुरी है कि आपके कैमरे रात और दिन के समय में भी बेहतर प्रदर्शन कर सकें। हालांकि अधिकांश सीसीटीवी डोम कैमरें डे/नाइट कैमरे ही होते है।

जिनमें एक इमेजिंग चिप का इस्तेमाल किया जाता है। जो बिना इन्फ्रारेड लाइट के कम रोशनी में भी अच्‍छी इमेज कैप्‍चर कर सकते है। हालांकि इन कैमरा में इन्फ्रारेड लाइट नहीं होती है। जिसके चलते वह पूरे अंधेरे में इमेज कैप्‍चर नही कर सकते हैं।

डोम सीसीटीवी कैमरा

डोम सीसीटीवी कैमरा

डोम सीसीटीवी कैमरा घर की सुरक्षा के लिए काफी लाभकारी है। यह कैमरे सीलिंग माउंटेड या छत पर ब्रैकेट में फिट किए जाते जा सकते हैं। जो फील्ड व्यू और ऐप्‍लीकेशन की आवश्यकता पर निर्भर होता है। बता दें, इसे खासतौर पर घरों, कैसीनो, रिटेल स्‍टोर और रेस्तरां के अंदर निगरानी रखने के लिए लगाया जाता है। डोम कैमरे अलग अलग डिप्लॉइमन्ट के लिए मिनी और माइक्रो वर्जन में आते हैं। और विभिन्न आर्किटेक्चरल स्टाइल्स को सूट करने के लिए कई हाउज़िंग रेंज में उपलब्‍ध हैं।

बुलेट कैमरा

बुलेट कैमरा

बुलेट कैमरा को एक ढाँचे में रखा जाता है, जो देखने में लंबे सिलेंडर के आकार का होता है। यह कैमरे खासतौर पर आउटडोर इस्तेमाल के लिए बनाए जाते हैं। इन्‍हे रेजिडेंशियल और कमर्शियल जगहों पर इस्तेमाल किया जाता है। बुलेट कैमरा विभिन्‍न आकार और क्षमता के साथ आता है। इनमें से कुछ कैमरों में मैनुअल ज़ूम लेंस और हाई रेंजे कैपेसिटी जैसे फीचर होते हैं। इनमें आम तौर पर ऑटोमेटिक बैकलाइट कंपनसेशन फीचर होता है। जो कैमरा के इलेक्ट्रॉनिक शटर को ऑटोमेटिक एडजस्ट करता है, जिससें कंट्रास्टिंग लाइट में भी देखा जा सकता है।

इन्फ्रारेड डोम सीसीटीवी कैमरा

इन्फ्रारेड डोम सीसीटीवी कैमरा

यह कैमरे "नाइट विजन" के लिए शानदार काम करते हैं। बता दें, इन्फ्रारेड कैमरे दिन के दौरान हाइ रेजोल्यूशन कलर वीडियों रिकॉर्ड करते है। इनमें आईआर लाइट एमिटिंग डाइओड या एलइडी कि सीरीज होती है, जो कैमरा को इन्फ्रारेड मोड में स्विच करता है। इन्फ्रारेड मोड में यह कैमरा ब्लैक एंड वाइट इमेज कैप्‍चर करता है। हालांकि इन कैमरों को काफी पॉवर की जरूरत होती है।

PTZ (पैन-टिल्ट- ज़ूम)

PTZ (पैन-टिल्ट- ज़ूम)

पैन-टिल्ट- ज़ूम या PTZ, कैमरों को रिमोटली ऊपर या नीचे, बाएं या दाएं घूमाया जा सकता है। जो काफी आसान होते हैं। इन कैमरा को ज़ूम इन और ज़ूम आउट किया जा सकता है। यह कैमरे आटोमेटिक ऑब्जेक्ट ट्रैकिंग के साथ आते हैं। जो कैमरा मोशन का पता लगने पर ज़ूम इन होता है और मोशन ऑब्जेक्ट को फॉलो करता है।

PTZ सीसीटीवी कैमरें आकार में बड़े होते है और इनकी देखने की क्षमता 360 डिग्री होती हैं। इनमें लेंस का आकार भी बड़ा होता है जो पूरे ऐरिया को कवर करके स्कैन कर सकता है।

सी-माउंट कैमरा

सी-माउंट कैमरा

सी माउंट में एक लेंस होता है। जिसे सामान्यतः 16mm फिल्म कैमरों और क्लोज सर्किट टीवी कैमरों में पाया जाता है। इन कैमरों को लेंस बदला जा सकता है| अगर आपको 35 या 40 फुट की दुरी से चेहरा देखना है तो आपको एक विशेष लेंस के साथ सी-माउंट कैमरा की आवश्‍यकता होती है। सी-माउंट लेंस 4mm से 100mm तक उपलब्‍ध होता है। 4mm लेंस के साथ आप 70 डिग्री के कोण के व्‍यूइंग एंगल में 35 फिट तक की दूरी का चेहरा देख सकते हैं।

आईपी (इंटरनेट प्रोटोकॉल)

आईपी (इंटरनेट प्रोटोकॉल)

इंटरनेट प्रोटोकॉल (आईपी) कैमेरा एक वेबकैम होता है जिसें निगरानी के लिए इस्तेमाल किया जाता है। आईपी कैमरा को बिना किसी अन्‍य डिवाइस के सीधे इंटरनेट या नेटवर्क को कनेक्‍ट किया जा सकता है। इन कैमरा को इंटरनेट से कनेक्‍ट करके यूजर अपने घर, ऑफिस या दुनिया में कही भी ब्रॉडबैंड इंटरनेट कनेक्शन की मदद से इस कैमेरे की निगरानी के एरिया को देख सकते है। इसके लिए आपको इंटरनेट सर्विस प्रोवाइडर से आईपी खरीदना पडेगा और इसे कैमरे में कॉंफिगर करना होगा। इस आईपी से आप कही भी कैमरा को एक्‍सेस कर सकते है।